दोस्तों,Shilpi Gautam Murder Case को लेकर बिहार राज्य मै बड़ी तकरार है Elections को लेकर। अगर बिहार की सियासत में थोड़ा तड़का लग जाए, तो ये बातें सालों पुरानी भी ताजा हो जाती हैं। 1999 का शिल्पी जैन और गौतम सिंह हत्याकांड, जो आज तक रहस्य बना हुआ है।
अब फिर से Shilpi Gautam Murder चर्चा में है। जन सुराज के नेता Prashant Kishor ने डिप्टी सीएम Samrat Choudhary पर बम फोड़ा है, कहते हुए कि हत्याकांड के आरोपी Rakesh Kumar असल में सम्राट ही हैं। इस पुरानी घटना की पूरी कहानी जानते हैं।
1999 का वो काला दिन Shilpi Gautam Murder का रहस्य
ये कहानी 3 जुलाई 1999 की है, जब पटना के फ्रेजर रोड पर, Sadhu Yadav के क्वार्टर के पास एक कार मिली। कार में Shilpi Jain और Gautam Singh की लाशें थीं दोनों सेमी-नग्न अवस्था में। शिल्पी एक मॉडल थी, और गौतम एक बिजनेसमैन। घटना Lalu Yadav की पत्नी Rabri Devi के मुख्यमंत्री काल में हुई।
और Sadhu Yadav (राबड़ी के भाई) का नाम तुरंत जोड़ दिया गया। पुलिस ने पहले इसे कार्बन मोनॉक्साइड पॉइजनिंग का सुसाइड बताया, लेकिन पोस्टमॉर्टम में एल्युमिनियम फॉस्फाइड मिला। फॉरेंसिक रिपोर्ट में Shilpi Gautam के अंडरवियर पर कई पुरुषों के सेमिनल स्ट्रेन्स पाए गए, जो रेप के संकेत देते थे। गौतम के पिता लंदन में थे, और लाश जलाने से पहले उन्हें सूचना नहीं दी गई। ये सब संदेह बढ़ा गया।
मुख्य घटना | डिटेल |
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3 जुलाई 1999 | कार में लाशें मिलीं, फ्रेजर रोड पर |
पोस्टमॉर्टम | 28 जुलाई 1999, पॉइजनिंग की पुष्टि |
फॉरेंसिक | सेमिनल स्ट्रेन्स मिले, रेप संकेत |
Shilpi Gautam Murder CBI क्लोजर रिपोर्ट और सवाल
पटना पुलिस ने केस को सुसाइड बता दिया, लेकिन प्रेशर में सितंबर 1999 में CBI को सौंप दिया गया। CBI ने 2004 के अंत में क्लोजर रिपोर्ट दी, कहते हुए कि ये सुसाइड था Shilpi Jain ने Gautam Singh को पॉइजन देकर मार डाला, फिर खुद लिया।
लेकिन Shilpi Gautam Murder Case के रिपोर्ट में कहा गया कि सेमिनल स्ट्रेन्स पुराने थे, और कोई संघर्ष के निशान नहीं। Sadhu Yadav ने ब्लड सैंपल देने से इनकार किया, कहते हुए “ये साजिश है।” शिल्पी का भाई प्रशांत जैन ने 2005 में हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की, लेकिन 6 जनवरी 2006 को अपहरण हो गया। एक हफ्ते बाद रिहा हुआ, लेकिन केस आगे नहीं बढ़ा। ये केस आज भी अनसुलझा है।
Prashant Kishor का आरोप Samrat Choudhary पर बम
जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने हाल ही में कहा कि Shilpi Gautam Murder Case के आरोपी Rakesh Kumar असल में Samrat Choudhary ही हैं। PK ने पूछा, “सम्राट जी, आप राकेश कुमार हैं या नहीं? सफाई दो!” ये बयान बिहार चुनाव के समय आया, जब PK सियासत में सक्रिय हैं।
सम्राट चौधरी ने साफ इनकार किया, कहते हुए “वो राकेश हाजीपुर का आइसक्रीम वाला था, मैं नहीं। ये झूठा आरोप है।” PK का ये दावा पुराने केस को फिर से जिंदा कर रहा है, जो चुनावी हथियार बन गया लगता है।
आरोप और जवाब | डिटेल |
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PK का दावा | राकेश कुमार = सम्राट चौधरी |
सम्राट का जवाब | “वो अलग व्यक्ति था, हाजीपुर का” |
Bihar Election में सियासी तड़का Shilpi Gautam Murder का पुराना केस, नया हथियार
ये Shilpi Gautam Murder Case 26 साल पुराना है, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव के समय फिर से गरमाया। PK, जो BJP से अलग होकर जन सुराज चला रहे हैं, ने इसे सियासी मुद्दा बनाया। सम्राट चौधरी, जो डिप्टी सीएम हैं, पर ये आरोप लगना BJP को नुकसान पहुंचा सकता है।
Sadhu Yadav का नाम पहले से जुड़ा है, जो RJD का हिस्सा था। Shilpi Gautam Murder Case अब सवाल उठा रहा है कि क्या न्याय मिलेगा, या ये सिर्फ चुनावी ड्रामा है।
Shilpi Gautam Murder Case हुआ पुराना
शिल्पी गौतम हत्याकांड 1999 की घटना है, लेकिन Prashant Kishor का आरोप इसे फिर से सामने लाया। Samrat Choudhary का इनकार और CBI की क्लोजर रिपोर्ट के बीच सच्चाई क्या है।
ये समय बताएगा। Bihar Election में ये मुद्दा गरम रहेगा। आपका क्या सोचना है? कमेंट में बताओ, दोस्तों को शेयर करो।
FAQs
शिल्पी गौतम हत्याकांड कब हुआ?
3 जुलाई 1999 को पटना में।
शिल्पी गौतम हत्याकांड पर PK ने सम्राट चौधरी पर क्या आरोप लगाया?
आरोपी राकेश कुमार सम्राट ही हैं।
शिल्पी गौतम हत्याकांड पर CBI ने केस का क्या निष्कर्ष निकाला?
सुसाइड, पॉइजनिंग से।
शिल्पी गौतम हत्याकांड में सदू यादव का क्या रोल था?
घटनास्थल उनके क्वार्टर के पास था।
शिल्पी गौतम हत्याकांड ये केस चुनाव से कैसे जुड़ा?
PK का बयान सियासी हथियार बन गया।